तहसील में फांसी लगाने की कोशिश; खमतराई पटवारी पहुचे अजाक थाना, एफआईआर की मांग
बिलासपुर। बीते दिन बिलासपुर तहसील में अधिवक्ता संतोष कुमार यादव ने फांसी लगाना चाहा हालांकि अधिवक्ता को तहसील परिसर में मौजूद लोगों ने बचा लिया, अधिवक्ता का आरोप है कि उनके पक्षकार ने खमतराई पटवारी सुजीत कुमार देहरी के असिस्टेंट को दुतीय पर्ची के लिए 8 हजार रुपए नगद रिश्वत दिए है इसके बाद भी पटवारी के द्वारा उनका काम नही किया गया, अंत मे अधिवक्ता ने तंग आकर तहसील परिसर में फांसी लगाने की कोशिश की, वही खमतराई पटवारी सुजीत कुमार अधिवक्ता के आरोप को बेबुनियाद करार देते हुए खुद न्याय की मांग कर रहे है
खमतराई पटवारी के द्वारा अधिवक्ता संतोष यादव पर जातिसूचक व अश्लील गाली देने का आरोप लगाया गया है। तहसील परिसर में ऑन ड्यूटी झूमा झटकी व जान से मारने की धमकी के आरोप को लेकर पटवारी ने अजाक थाना को लिखित आवेदन दिए है
पटवारी ने अजाक थाना को लिखा है; 12;30 बजे मैं कार्यालीन कार्य से तहसील कार्यालय बिलासपुर गया हुआ था, उस दौरान वहाँ पर उपस्थित संतोष कुमार यादव अधिवक्ता द्वारा न्यायालय परिसर में हंगामा करते हुए ऋण पुस्तिका की दुतीय प्रति बनाने के संबंध में बताया गया व आवेदन में दस्तखत लेकर तहसीलदार महोदय से मार्किंग कराया गया। किंतु संतोष कुमार यादव द्वारा नियम विरुद्ध ऋण पुस्तिका की दुतीय प्रति तुरंत बनाकर दो कहते हुए मुझ पर पैसा लेने का आरोप लगाते हुए मुझे अबे आदिवासी तू सबसे बड़ा (माँ की गाली समाचार में नही लिखा जाता) है, तेरा बाप भी बनाकर देगा जैसे जातिसूचक अपशब्दों का प्रयोग करते हुए झूमा झटकी व जान से मारने तथा देख लेने की धमकी देने लगा। जिससे मैं भयभीत व अति क्षुब्ध हो गया। तहसील परिसर में भीड़ में संतोष कुमार यादव द्वारा बिना गलती के इस प्रकार अशोभनीय गाली गलौच करने के कारण मेरे आत्मसम्मान को ठेस पहुचा है