रेलवे बोर्ड के नियमों को नही मानता द.पु मध्य रेलवे,तबादला सिर्फ़ कागजों में

वर्षो से एक ही स्थान और पद पर जमे प्रभावशाली लोंगो का 4 वर्ष उपरांत भी तबादला नही
बिलासपुर।रेलवे बोर्ड का सख्त नियम है कि संवेदनशील पद पर पदस्थ रेलवेकर्मियों को 4 वर्ष से अधिक एक ही स्थान एवं पद पर पदस्थ नही किया जाना है इसके बाद भी दक्षिण- पूर्व मध्य रेलवे में प्रभावशाली लोग 4 वर्ष से अधिक समय के बाद भी संवेदनशील पद पर एक ही स्थान में अंगत के पांव की तरह जमे हुए है दक्षिण-पूर्व मध्य रेलवे में 4 वर्षों से अधिक प्रभावशाली पद में पदस्थ किन्ही रेलवेकर्मियों का तबादला हुआ भी तो वह सिर्फ कागजों पर ही सिमट कर रह गया
जानकारी मुताबिक सेकेट्री एसईसीआर पद पर पदस्थ हिमांशु जैन पिछले 6 वर्षों से एक स्थान पर पदस्थ है इसके बाद भी दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे ने इनका तबादला नही किया. वही ए. प्रकाश सहायक सचिव गोपनीय 6 वर्षो से एक ही पद पर एक ही स्थान पर जमे हुए है पीआरओ में संतोष कुमार का 10 वर्षो बाद भी तबादला नही हुआ। अमिय कुमार वरिष्ठ विधि अधिकारी भी पिछले 10 वर्षों से एक ही स्थान पर एक ही पद पर पदस्थ है
इसी प्रकार निर्माण विभाग में ए.के सिह,टांडीयन, अजय कुमार भी 5 वर्ष से अधिक समय के बाद भी एक ही पद पर पदस्थ है इसके बाद भी दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे को रेलवे बोर्ड के नियमों की परवाह नही है सहायक पब्लिक प्रोसिक्यूटर के पद पर पदस्थ ऐ. के शुक्ला एवं चंद्रवंशी को 8 वर्ष से अधिक हो गए. सुनील कुमार बाल्मिकी सीएलए का तबादला हुआ भी तो तबादला आदेश सिर्फ कागजों पर ही सिमट कर रह गया. सुनील कुमार बाल्मिकी अंगद के पांव की तरह एक ही स्थान पर जमे हुए है
इस संबंध में जब मीडियाकर्मी ने पीआरओ से चर्चा करना चाहा तो उन्होंने फोन रिसीव नही किया,अब देखना होगा कि रेलवे बोर्ड के नियमों की धज्जियां उड़ाने वाले दक्षिण-पूर्व मध्य रेलवे के अधिकारी 4 वर्ष से अधिक समय तक अंगत के पांव की तरह संवेदनशील पद पर पदस्थ प्रभावशाली लोगों का तबादला कर पाता है या आगे भी रेलवे बोर्ड के नियमों की धज्जियां उड़ता देखता रहता है।